वन्य जीव तेंदुए की खाल की तस्करी पर बड़ी कार्रवाई तस्करी करते, वाइल्डलाइफ व वन विभाग की टीम ने एक आरोपी को पकड़ा….
सूरजपुर जिले के दुरांचल क्षेत्र चांदनी बिहारपुर के ग्राम पासल से वाइल्डलाइफ की टीम ने तेंदुए की खाल सहित एक आरोपी युवक को किया गिरफ्तार बाकी आरोपियों की तलाश जारी
सूरजपुर वन मंडल में फिर लापरवाही: तेंदुए की खाल की तस्करी से वन विभाग की कार्यशैली पर सवाल
सूरजपुर/IRN.24…/ वन्यजीवों की सुरक्षा को लेकर सूरजपुर वन मंडल एक बार फिर सवालों के घेरे में है। वन्य जीव तेंदुए की खाल की तस्करी की घटना से यह घटना वन विभाग की लचर व्यवस्था और वन्यजीव संरक्षण में नाकामी को उजागर करती है। ऐसी घटनाओं ने विभाग की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों में इसे लेकर आक्रोश है, और जंगल में ‘जंगलराज’ की कहावत एक बार फिर चर्चा में है।
मुखबिर की सूचना मिलते ही टिम ने विपिन बिहारी पिता अरगु गुर्जर को चांदनी बिहार पुर से वाइल्डलाइफ की टीम ने और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और तेंदुए के खाल सहित आरोपी को कब्जे में लेकर जिला मुख्यालय लाया गया और आरोपी युवक को वन्य जीव अधिनियम के तहत कार्यवाही करते हुए जेल दाखिल किया कर गया दिया, लेकिन विभाग की ओर से इस मामले में ठोस जवाबदेही की कमी साफ झलकती रही
स्थानीय लोगों का कहना है कि सूरजपुर वन मंडल क्षेत्र में मानव-वन्यजीव संघर्ष और वाहनों की चपेट वन्य जीवों की तस्करी व जानवरों की मौत का सिलसिला बढ़ता जा रहा है। बीते कुछ समय में वन्यजीवों की मौत की खबरें भी सामने आई हैं। इसके बावजूद विभाग की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। हालांकि, विभाग की ओर से हर बार की तरह इस बार भी बहानों का सहारा लेने की संभावना है।
जंगलराज या लापरवाही
सूरजपुर वन मंडल में मानव और वन्यजीवों की जान खतरे में डालने वाली घटनाएं कोई नई बात नहीं हैं। कुछ दिन पहले ही भालू के हमले में एक महिला की मौत ने भी विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए थे। अब वन्य जीव की खाल की तस्करी ने एक बार फिर वन विभाग की नाकामी को उजागर किया है। सवाल यह है कि आखिर कब तक बहानों की बैसाखी पर चलता रहेगा वन विभाग? और कब तक वन्यजीवों की जान यूँ ही खतरे में पड़ती रहेगी