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मिथ और फैक्ट:क्या डायबिटीज के मरीज गुड़ खा सकते हैं और सिर्फ मोटे लोगों को होती है यह बीमारी, एक्सपर्ट से जानिए इन 6 दावों की सच्चाई

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इंटरनेशनल डायबिटीज फेडरेशन (आईडीएफ) के 2020 के आंकड़े बताते हैं कि भारत में 7.7 करोड़ लोगों को डायबिटीज है। 2025 तक यह आंकड़ा 13.4 करोड़ तक पहुंच सकता है। जितनी तेजी से यह बीमारी बढ़ रही है उतना ही जरूरी इससे जुड़े भ्रम को जानना।

डायबिटीज से जुड़ी ऐसी कई बातें हैं जो सोशल मीडिया पर काफी शेयर की जाती हैं, लेकिन वो सच नहीं होतीं। नतीजा, मरीज की हालत बिगड़ने का खतरा बना रहता है। इंदौर के टोटल डायबिटीज हार्मोन इंस्टीट्यूट के डॉ. सुनील एम जैन से जानिए डायबिटीज से जुड़े 6 भ्रम और उनकी सच्चाई

भ्रम: मोटे लोगों को ही डायबिटीज होती है
सच्चाई:
 मोटापे से टाइप-2 और गर्भावधि में होने वाली डायबिटीज का खतरा बढ़ता है। डायबिटीज कम वजन वालों को भी हो सकती है। पेट के आसपास चर्बी जमा होने से इसका खतरा ज्यादा बढ़ता है।

भ्रम: गेहूं की जगह ज्वार, बाजरा खाना चाहिए
सच्चाई:
 गेहूं, ज्चार व बाजारा में एक समान स्टार्च होता है। गेहूं उन लोगों को नहीं खाना चाहिए, जिन्हें ग्लूटेन प्रोटीन से एलर्जी है। ग्लूटेन गेहूं में पाया जाने वाला एक तरह का प्रोटीन है।

भ्रम: डायबिटीज के मरीज गुड़ खा सकते हैं
सच्चाई:
 यह गलत है। गुड़-शक्कर में लगभग समान कैलोरी होती है। दोनों में सुक्रोज पाया जाता है। यही शुगर बढ़ाता है। गन्ने को ही रिफाइन करने पर वह शक्कर में बदल जाता है।

भ्रम: नंगे पैर टहलने से ज्यादा फायदा होता है
सच्चाई: ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। कई बार यदि मरीज के पैरों में सेंसटिविटी कम हो जाती है तो चोट लगने का पता नहीं चलता। छोटी सी चोट घाव बन सकती है। ऐसे में नंगे पैर चलने से हमेशा बचें।

भ्रम: एक बार इंसुलिन लेने पर आदत पड़ जाती है
सच्चाई: इंसुलिन व्यक्ति के शरीर में बनने वाला हार्मोन है। यदि शरीर इसे पर्याप्त मात्रा में नहीं बना पा रहा है तो बाहर से इसकी पूर्ति शरीर की जरूरत है न कि आदत। इंसुलिन की कमी से शरीर को कई नुकसान हो सकते हैं।

भ्रम: चीनी खाने से डायबिटीज होती है
सच्चाई:
 चीनी सीधे तौर पर डायबिटीज के लिए जिम्मेदार नहीं है। हालांकि चीनीयुक्त भोजन खाने से वजन और मोटापा बढ़ता है, जिससे टाइप टू डायबिटीज का खतरा बढ़ता है

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