बिश्रामपुर कॉलोनियों में भारी बिजली कटौती से कर्मचारी परेशान SKMS (एटक) यूनियन ने महाप्रबंधक को सौंपा ज्ञापन, आंदोलन की चेतावनी
बिश्रामपुर/irn.24…एसईसीएल बिश्रामपुर क्षेत्र की आवासीय कॉलोनियों में लंबे समय से जारी अघोषित एवं भारी विद्युत कटौती से कर्मचारियों और उनके परिजनों में गहरा आक्रोश व्याप्त है। इस गंभीर समस्या को लेकर SKMS (एटक) यूनियन ने महाप्रबंधक (GM), बिश्रामपुर क्षेत्र को एक औपचारिक पत्र सौंपते हुए शीघ्र ठोस कार्रवाई की मांग की है।यूनियन के क्षेत्रीय सचिव ने प्रेस को जारी बयान में कहा कि लगातार हो रही बिजली कटौती से कॉलोनी में निवासरत कर्मचारियों का सामान्य जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। भीषण ठंड के मौसम में ओवरलोडिंग का हवाला देकर घंटों विद्युत आपूर्ति बाधित की जा रही है, जिससे ड्यूटी पर जाने वाले श्रमिकों की दिनचर्या प्रभावित हो रही है। वहीं छात्रों की पढ़ाई पर भी इसका गंभीर प्रतिकूल असर पड़ रहा है।अस्थायी उपाय से नहीं होगा समाधानयूनियन ने स्पष्ट किया कि प्रबंधन द्वारा ओवरलोडिंग से बचने के लिए की जा रही बिजली कटौती केवल अस्थायी और तात्कालिक राहत है, इससे समस्या का स्थायी समाधान संभव नहीं है। बार-बार बिजली बंद किए जाने से कर्मचारियों और उनके परिवारों को अनावश्यक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।बुनियादी ढांचे के उन्नयन की मांगSKMS (एटक) यूनियन ने कॉलोनियों में विद्युत आपूर्ति व्यवस्था को दुरुस्त करने हेतु पर्याप्त क्षमता वाले नए ट्रांसफार्मर लगाने तथा आधुनिक स्विच व उपकरण स्थापित करने की मांग की है। यूनियन का कहना है कि यदि समय रहते बुनियादी ढांचे में सुधार नहीं किया गया तो स्थिति और भी भयावह हो सकती है।पूर्व में भी दी जा चुकी है चेतावनीयूनियन ने यह भी बताया कि पूर्व वर्षों में प्रबंधन को इस समस्या से अवगत कराया गया था, लेकिन समय पर आवश्यक कदम नहीं उठाए जाने के कारण आज कर्मचारियों को इस संकट का सामना करना पड़ रहा है।आंदोलन की चेतावनीयूनियन ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि शीघ्र ही विद्युत आपूर्ति व्यवस्था में सुधार नहीं किया गया और आवश्यक उपकरणों का उन्नयन नहीं हुआ, तो कर्मचारी एवं उनके परिवार आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।यूनियन को आशा है कि प्रबंधन इस गंभीर समस्या को समझते हुए जल्द ही सकारात्मक और स्थायी समाधान की दिशा में कदम उठाएगा।
