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प्रभारी कलेक्टर ने प्रेमनगर के सरपंच सचिवों की योजना वार की समीक्षा

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सचिवों को निर्देशित करते हुए कहा कि ग्राम पंचायतों अनुशासनहीनता बर्दास्त नहीं

सूरजपुर-मोहिबुल हसन…. प्रभारी कलेक्टर राहुल देव की उपस्थिति में विकासखण्ड प्रेमनगर के सरपंच एवं सचिवों का जिला पंचायत संसाधन केन्द्र( डीपीआरसी)में प्रशिक्षण सह योजनावार समीक्षा का आयोजन किया गया।
सरपंच व सचिवों सम्बोधित करते हुए प्रभारी कलेक्टर बताया कि ग्राम पंचायतों में 14 वां वित्त एवं 15 वां वित्त पैसा खर्च करना आवश्यक है। जितने लोग भुगतान की प्रकिया से अनजान है वे प्रशिक्षण के माध्यम से सीख लें। कितने लोग ऐसे जो प्रक्रिया न जानने के कारण राशि का आहरण नहीं कर पा रहे। आप अपने ग्राम पंचायतों में कम्प्यूटर, लेपटॉप खरीद लें आप सब लोग एन्ड्रोएड फोन चलाते हैं तो कम्प्यूटर और लेपटॉप भी चला सकते है। पंचायत के पैसे पर आपका अधिकार है। आप सभी अपना डिजीटल हस्ताक्षर अपने पास रखें। पंचायत के काम सही तरीके से प्रस्ताव के तहत हो टी.एस. ए.एस. कार्य की प्रक्रिया है।नियम से कागज का सही मूल्यांकन हो। इस बात का विशेष ध्यान रखें।
सरकारी पैसे का दुरूपयोग न हो इसके लिए सरपंच व सचिव को समन्वय बनाकर कार्य करने की आवश्यकता है। ग्राम पंचायतों में किसी प्रकार की गतिविधियाँ होती है। उसकी जानकारी सरपंच सचिव को अवश्य होनी चाहिए।
प्रभारी कलेक्टर ने सरपंच एवं सचिवों को सम्बोधित करते हुए बताया कि पंचायत में बजट कम होता है। शासन ने पैसा दिया है उसका सदुपयोग कीजिए। ग्रांम पंचायत मंे सेवाओं का विस्तार करें। अपने ग्राम पंचायत में आगंनबाड़ी को मॉडल, उप स्वास्थ्य केन्द्र में अतिरिक्त कक्ष, स्कूल की मरम्मत, गांव मंे देव गुडी सहित अन्य कार्यों को सुधरवा लीजिए। ऐसे कुछ काम जो आपने कर लिया तो लोग आपको लम्बे समय तक याद रखेंगे।
आज जिला पंचायत के माध्यम से ग्राम पंचायतों में भरपूर काम दिया जा रहा है। इससे पहले इतनी तीव्रगति से काम नहीं हो रहा था जितना तेज गति आज हो रहा है। सचिव को कार्यालयीन समय पर ग्राम पंचायत मुख्यालय में उपस्थिति रहना अनिवार्य है। सचिव को गांव प्रत्येक गतिविधियों की जानकारी होनी चाहिए। अभी धान खरीदी चालू हो रहा है सभी सचिव सचेत रहे कि उनके पंचायतों में अवैध रूप से धान खरीदी न हो अगर होती है तो इसकी सूचना टोल फ्री नम्बर 9111033446 व 9340353607 दे सकते है। सचिव रिकार्ड संधारण अच्छे से करें। किसी भी सचिव का मोबाइल बन्द नहीं होना चाहिए। सचिव के द्वारा शराब सेवन की शिकायत न आये। ऐसे अनुशासनहीनता बिल्कुल बर्दास्त नहीं की जाएगी। सभी सरंपच सचिव अपने ग्राम पंचायतों में वैक्सीनेशन के लिए जागरूक करना है।
उन्होंन सचिवों को बताया कि जिन सचिवों ने 15 वर्ष से अधिक सेवा काल पूर्ण कर लिया है। उनको जो लाभ मिलना चाहिए वह मिल जाये। सभी सरंपच सचिव अपने ग्राम पंचायतों में जो हाट-बाजार लगता है। उसमें शुल्क लगाये , बाजार कर वसूली करें तथा जहां जहा मोबाइल टॉवर लगा है। उनकी वसूली भी करें जिससे ग्राम पंचायत में राशि का संग्रहण करा कर शासकीय खजाना मंे जमा कराना सुनिश्चित करें।
इस दौरान एपीओ के.एम. पाठक, डीपीएम स्वच्छ भारत मिशन मनीष सिंन्हा, डीसी पीएमएवाई दीपक साहू, डीपीएम एनआरएलएम ज्ञानेन्द्र सिंह, आरजीएसए शशि सिन्हा अशोक साहू सहित जिला पंचायत के कर्मचारी उपस्थित थे। जिन्होंने प्रशिक्षण में सरपंच एवं सचिवों विभिन्न योजनाओं विस्तृत जानकारी दी।

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