नव निर्मित बस स्टैंड के उदघाटन कार्यक्रम में नहीं पहुंचे स्थानीय विधायकलगभग 6 घंटा तक इंतजार करती रही आम जनता, कार्यवाहक अध्यक्ष ने किया लोकार्पण
सूरजपुर/जरही/IRN.24… नगर पंचायत जरही के बस स्टैंड उद्घाटन का आयोजन किया गया था जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में स्थानीय विधायक प्रतापपुर विधानसभा को आमंत्रित किया गया था लेकिन क्षेत्रीय विधायक के न पहुंचने से लोगों के बीच तरह-तरह की चर्चाओं का दौर शुरू हो गया हैमिली जानकारी के अनुसार नगर पंचायत के द्वारा जरही में निर्मित नवीन प्रतीक्षा बस स्टैंड का लोकार्पण रविवार को सुबह 11:00 किया जाना था जिसके लिए निमंत्रण पत्र भी नगर पंचायत के द्वारा जनप्रतिनिधि एवं प्रमुख लोगों को वितरित किया गया था एवं बस स्टैंड के उद्घाटन के लिए तरह-तरह की तैयारी भी की गई थी जिनमें सुआ नृत्य और सांस्कृतिक कार्यक्रम सहित पंडाल लगाकर कार्यक्रम को और भव्य बनाया गया थाजरही की जनता अपने विधायक के पहुंचने का इंतजार करती रही लेकिन स्थानीय विधायक कार्यक्रम में नहीं पहुंची। ज्ञात हो की 11:00 बजे बस स्टैंड का उद्घाटन को होना था उसके लिए लोग 6 घंटे तक बैठकर विधायक के पहुंचने का इंतजार करते रहे इसमें कई लोग ऐसे भी थे जिन्हें अपने समस्याओं से विधायक महोदया को अवगत कराना थास्थानीय विधायक प्रतापपुर का जरही की उपेक्षा करना कोई नई बात नहीं है एक बार फिर स्थानीय विधायक ने कार्यक्रम में नहीं शामिल होकर बता दिया की जरही की जनता उनके लिए कोई मायने नहीं रखतीयही नहीं लोगों के बीच यह खबर भी चल रही है की पुराने कार्यकर्ताओं को छोड़कर विधायक महोदया नए लोगों को लेकर चल रही हैं जिससे पुराने कार्यकर्ता भी अपने आप को उपेक्षित महसूस कर रहे हैंलोकार्पण स्थल पर विधायक के पहुंचने के इंतजार में जनता बैठी रही लेकिन विधायक मैडम पहुंची ही नहीं और समय-समय पर मंच के द्वारा जानकारी दी जा रही थी कि विधायक मैडम कुछ ही देर में कार्यक्रम में उपस्थित होंगी। अंततः जब जानकारी मिली कि विधायक मैडम कार्यक्रम में आ ही नहीं रही हैं तो कार्यवाहक अध्यक्ष से ही बस स्टैंड का उद्घाटन कराया गया।देखने वाली बात यह रही कि दो-तीन पार्षदों को छोड़कर पार्टी के भी पार्षद इस कार्यक्रम से नदारद रहे वही भाजपा के पुराने चेहरे भी कार्यक्रम में नजर नहीं आए कुछ भी हो लेकिन आमजन को 6 घंटे तक विधायक मैडम के इंतजार में बिताने पड़े और विधायक मैडम पहुंची ही नहीं विधायक द्वारा जनता की ऐसी उपेक्षा से आगामी चुनाव पर क्या असर पड़ेगा यह तो जानता ही तय करेगी