अनिल मेसर्स, बलरामपुर :बलरामपुर कलेक्टर श्याम धावडे़ के अल्प समय में हुए स्थानांतरण को लेकर सर्व आदिवासी समाज आश्चर्यचकित है इस बात को लेकर कि छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं को बलरामपुर जिले में बेहतर तरीके से लागू कराने में दिन रात एक करने वाले कलेक्टर को हटाया जाना साथ ही बलरामपुर जिला पांचवी अनुसूची क्षेत्र में है और छत्तीसगढ़ सरकार में 29 विधायक सर्व आदिवासी समाज के चुन के गए हैं ऐसे में आदिवासी बहुल जिला बलरामपुर में सरकार के मंशा के अनुरूप कार्य करने वाले कर्तव्यनिष्ठ ,ईमानदार, कलेक्टर को हटाया जाना सर्व आदिवासी समाज को झटका देने के समान है क्योंकि बलरामपुर के तत्कालीन कलेक्टर श्याम धावडे़ ने जिले में वन अधिकार पत्र एवं आदिवासी समुदाय से जुड़े शासन की योजनाओं को बेहतर तरीके से लागू करा रहे थे यही कारण है कि सर्व आदिवासी समाज को बलरामपुर कलेक्टर पर आस लगी हुई थी कि तत्कालीन कलेक्टर के रहते बलरामपुर जिले में सर्व आदिवासी समाज का उत्थान छत्तीसगढ़ सरकार के मंशा के अनुरूप हो पाएगा परंतु अचानक हुए तबादला से पूरे बलरामपुर क्षेत्रवासी हक्का-बक्का नजर आ रहे हैं ऐसा नहीं है की प्रशासनिक अधिकारियों की तबादले नहीं होते तबादले होना प्रशासनिक व्यवस्था के अंतर्गत है परंतु अच्छा कार्य कर रहे कलेक्टर को बगैर किसी ठोस कारण के हटाया जाना चिंतनीय है और ऐसे में आने वाला समय प्रशासनिक अधिकारियों के लिए चुनौतीपूर्ण होगा वे किसी भी कार्य को करने से पहले चिंतित हो जाएंगे की क्या पता उनकी तबादला सूची किसी भी वक्त जारी हो सकती है जो किसी भी जिले के विकास के लिए उचित नहीं कहा जा सकता ऐसा आरोप सर्व आदिवासी समाज के जिला अध्यक्ष बसंत कुजूर ने कलेक्टर से सौजन्य मुलाकात के बाद आभार व्यक्त करते हुए पत्रकारों को चर्चा के दौरान बताया साथ ही सर्व आदिवासी समाज की ओर से राज्य सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि आने वाले समय में आदिवासी बाहुल्य जिलों में कलेक्टरों की नियुक्ति एवं तबादला सरकार जन भावनाओं के अनुरूप करें अन्यथा आने वाले समय में सरकार को इसके खामियाजा भुगतने पड़ सकता है जिसका जीता जागता उदाहरण भाजपा की सरकार है जो 2003 में सरगुजा संभाग में सभी सीटों पर काबिज हो गई थी वही 2018 में भाजपा का खाता तक नहीं खुला आखिर क्या कारण हो सकता है कि सरगुजा संभाग के सभी सीटों पर आदिवासियों ने भाजपा को क्यों नकारा यह सरकार को चिंता करना होगा यही हाल अभी कांग्रेस सरकार की है जो सत्ता की मद में आदिवासी समाज के हितों का ध्यान रखे बिना निर्णय ले रही है बलरामपुर जिले में सर्व आदिवासी समाज से जुड़ा वन अधिकार पत्र एवं सामाजिक संगठनों को मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार भूमि आवंटन आदिवासी महिलाओं बालिकाओं के स्वरोजगार को बढ़ावा देना चुनौती होगा इस अवसर पर सर्व आदिवासी समाज जिला अध्यक्ष के साथ साथ जिला महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष महिमा कुजूर बलरामपुर ब्लॉक अध्यक्ष चंद्रशेखर पोर्ते ,चांदो ब्लॉक अध्यक्ष कुलदीप तिर्की, अनिल बियार सहित समस्त विकासखंडों के सर्व आदिवासी समाज के प्रतिनिधि मंडल उपस्थित होकर कलेक्टर को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनके उज्जवल भविष्य एवं शुभकामनाओं के साथ सौजन्य मुलाकात की ।
साथ ही उन्हें विश्वास है कि हमेशा बलरामपुर जिले वासी आपको याद रखेंगे ।