सूरजपुर/IRN.24…/ छत्तीसगढ़ मछुआ कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष श्री भरत मटियारा ने आज जिला पंचायत के सभा कक्ष में जिले के मछुवारा वर्ग, सहकारी समितियों एवं मत्स्य पालकों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक में मछुआरों के कल्याण से जुड़ी विभिन्न योजनाओं और मुद्दों पर व्यापक चर्चा की गई।बोर्ड के अध्यक्ष श्री मटियार ने बैठक में मछली पालन विभाग अंतर्गत प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना, सहित अन्य योजनाओं की समीक्षा की तथा उपस्थित मत्स्य कृषकों को विभागीय योजनाओं का लाभ उठाकर मत्स्य उत्पादन में वृद्धि कर आय दुगनी करने हेतु प्रोत्साहित किया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को सुशासन तिहार के माध्यम से शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी सभी मत्स्य कृषको सहित अन्य नागरिकों तक पहुँचाने कहा। उन्होंने उपस्थित मत्स्य कृषकों से विभागीय योजनाओं का लाभ लेकर अपनी आर्थिक में सुधार के लिए कहा। बैठक में उन्होंने जिले के सभी मछुआ सहकारी समितियों की मांगें और समस्याएं सुनी और उनके निराकरण का आश्वासन दिया।इस बैठक में सहायक संचालक मत्स्य श्री एम एस सोनवानी ने विभाग के गतिविधियों से श्री मटियारा को अवगत कराया। उन्होंने प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना, सहकार से समृद्धि योजना, धरती आबा जनजातियां ग्राम उत्कर्ष अभियान अंतर्गत प्रस्तावित कार्ययोजना, किसान क्रेडिट कार्ड की प्रगति के सम्बन्ध में जानकारी देते हुए बताया कि किसानों को किस प्रकार से लाभान्वित किया जा रहा है। उन्होंने जिले में मत्स्य बीज प्रक्षेत्र बसदेई के अंतर्गत उपलब्ध संसाधनों सर्कुलर हैचरी, प्रजनक पोखर, संवर्धन पोखर, एम बी पैकिंग शेड, भंडार कक्ष की जानकारी दी।इसके अलावा सहकारी समिति के आए हुए सदस्यो से अध्यक्ष श्री मटियारा ने बातचीत कर उनके द्वारा मत्स्य उत्पादन में दिए योगदान के सम्बन्ध में जानकारी ली। उन्होंने उन्हें मिलने वाले लाभ एवम किसी भी प्रकार की समस्याओं के संबंध में जानकारी ली। श्री मटियारा ने बैठक में उपस्थित सभी समूहों को समिति बनाने के लिए कहा। ताकि योजनाओं का लाभ बेहतर रूप में मिल सके। उन्होंने मत्स्य संपदा योजना अंतर्गत लाभ प्रदान करने के लिए निर्देशित किया । इस दौरान उन्होंने मछुआरों को आने वाली समस्याओं को लेकर भी शीघ्र समाधान के लिए आवश्यक कार्यवाही करने के लिए कहा।विधायक श्री भूलन सिंह मरावी ने भी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मछली पालन को रोजगार का सशक्त माध्यम बताया। उन्होंने सफल मछुआरों के अनुभव से प्रेरणा लेकर अन्य युवाओं को इस व्यवसाय से जुड़ने का आह्वान किया।बैठक में कलेक्टर श्री एस. जयवर्धन ने मत्स्य पालन को व्यावसायिक रूप से अपनाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि इससे न केवल रोजगार मिलेगा बल्कि आर्थिक लाभ भी होगा। उन्होंने जिले के सभी मत्स्य पालकों से उत्पादन बढ़ाने और योजनाओं की जानकारी लेने की अपील की। कलेक्टर ने यह भी जानकारी दी कि प्रतापपुर कोरमा में शीघ्र ही शासकीय हैचरी की शुरुआत की जाएगी, जिससे अधिक संख्या में मत्स्य उत्पादकों को लाभ मिलेगा। इस दौरान उन्होंने मछुआरा समूहों को सहकारी समितियां के रूप में गठित करने को कहा ताकि उन्हें बेहतर लाभ मिल सके। इसके अलावा उन्होने उत्पादन बढ़ाने और उसके स्टोरेज के आवश्यकता पर बल देते हुए जिला प्रशासन का दृष्टिकोण स्पष्ट किया। इसके अलावा इस कार्यक्रम में विभागीय योजना अंतर्गत मत्स्य पालक लीलावती,रूंध बिहारी एवम शैल केंवट को मत्स्य जाल तथा हिरामनी और सुखनंदन को आईस बॉक्स प्रदान किया । इस बैठक में रेडक्रॉस जिला चेयरमैन श्री बाबूलाल अग्रवाल , सूरजपुर जनपद अध्यक्ष श्रीमती स्वाति संत सिंह , जिला पंचायत सदस्य एवं जिला मछुआरा समिति के अध्यक्ष श्री लवकेश पैकरा ,श्री अजय अग्रवाल, श्री शशिकांत गर्ग, श्री सतनारायण पैकरा , संत सिंह , श्री संस्कार अग्रवाल , श्री रामचरण खोरम, श्री विजय ध्रुव, श्री विजय केवंट, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सीईओ श्रीमती कमलेश नंदिनी साहू, सहायक संचालक मछली पालन श्री एम.एस सोनवानी, उपसंचालक कृषि सुश्री संपदा पैकरा, उपसंचालक पशुपालन श्री आर एस बघेल, सहायक संचालक कृषि श्री जयपाल मरावी सहित काफी संख्या में जिले के मछुआ समिति/मछुआ समूहों के सदस्य एवं अधिकारी-कर्मचारी गण उपस्थित रहे।