ग्रामीण पत्रकार को जान का खतरा, अवैध कार्य का खबर छापने पर संलिप्त लोग बने दुश्मन, पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में नामजद आवेदन देकर लगाई सुरक्षा की गुहार
इंडियन रिपब्लिक न्यूज़: विनोद गुप्ता सूरजपुर छत्तीसगढ़
कोरबा/पसान:- अवैध तौर- तरीके को लेकर खबर छापना एक पत्रकार के लिए काफी मुसीबत भरा हो गया है। जहां खबर से बौखलाए दो नंबरी कार्य में संलिप्त लोगों द्वारा पहले पत्रकार को षड़यंत्र पूर्वक झूठे मामले में फसाने का प्रयास किया गया, और जब बात नही बनी तो आखिरकार उसके जान के दुश्मन बन बैठे है। पीड़ित पत्रकार ने अपने व परिवार पर जान का खतरा बताते हुए पुलिस अधीक्षक कार्यालय में स्थानीय एक भाजपा नेता सहित 10 लोगों के नाम से नामजद आवेदन देकर सुरक्षा की गुहार लगाई है।
ज्ञात हो कि पसान निवासी पत्रकार रितेश गुप्ता ने अपने क्षेत्र के ग्राम बैरा स्थित बम्हनी नदी से जिला प्रशासन द्वारा प्रतिबंध अवधि के बाद भी रेत का खुलेआम अवैध खनन एवं परिवहन से संबंधित खबरों का प्रकाशन प्रमुखता से किया था। जिन खबरों में रेत चोरों के साथ ग्राम सरपंच, पुलिस व खनिज विभाग के सांठगांठ होने का अंदेशा को भी दर्शाया था। रेत चोरी से संबंधित छापे गए खबरों से बौखलाए उक्त कार्य मे संलिप्त लोगों द्वारा पत्रकार रितेश गुप्ता को झूठे मामले में फसाने हेतु षड़यंत्र पूर्वक उसके विरुद्ध भयादोहन सहित अन्य धाराओं के तहत पसान थाना में अपराध दर्ज करा दी गई। जिस मामले को लेकर सदभाव पत्रकार संघ छत्तीसगढ़ सहित अन्य समाजसेवी व राजनीतिक पार्टी द्वारा निष्पक्ष जांच कर पत्रकार को दोषमुक्त करने पुलिस के आला अधिकारियों से मांग किया गया था। जिसे लेकर फिलहाल पुलिस की जांच कार्यवाही चल रही है। किंतु रेत चोरी में संलिप्त लोग अब उक्त पत्रकार के दुश्मन बन बैठे है। जिसे लेकर पत्रकार रितेश ने अपने व परिवार को जान का खतरा होना बताकर एसपी कार्यालय में नामजद आवेदन देकर सुरक्षा की गुहार लगाई है। पत्रकार रितेश गुप्ता द्वारा दिए गए अपने आवेदन में उल्लेख किया है कि मैं रितेश गुप्ता, पिता श्री सुरेश गुप्ता, ग्राम पसान तहसील उप, जिला कोरबा का निवासी हूं एवं पेशे से पत्रकार हूँ। मेरे द्वारा लगातार जन हितेषी समाचार के अलावा अवैध रेत खनन से संबंधित खबरें अखबार व पोर्टल के माध्यम से प्रमुखता से प्रकाशित करवाई गई। जिससे कि रेत खनन का खबर प्रकाशन के बाद पसान निवासी भाजपा नेता संदीप जाखड़, पसान सरपंच पति रामशरण तवर, लैंगा जनपद सदस्य प्रताप मरावी के साथ राजकुमार पांडे, यूसुफ खान, प्रिंस जायसवाल, इब्राहिम खान, प्रिंस मितल, आनंद मित्तल , हरिप्रसाद पांडेय सभी मुझसे द्वेष की भावना रखने लगे है। तथा द्वेष की भावना से ग्रसित होकर लगातार मुझे एवं मेरे परिवार को घर में घुसकर जान से मारने, झूठे प्रकरण में फंसा देने व वाहन से कुचलवाकर मार देने की धमकी लगातार अनेक माध्यम से देते हुए मुझे और मेरे परिवार को लगातार मानसिक रूप से प्रताड़ित करते हुए आत्महत्या करने हेतु मजबूर किया जा रहा है। जब मेरे द्वारा पुलिस में शिकायत करने की बात कहने पर हम नेता है, पुलिस हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकता, ऐसा कहते हुए अपशब्दों का प्रयोग किया जाता है। महोदय मुझे एवम मेरे पूरे परिवार को जान का खतरा है। मेरे परिवार के सदस्यों का मर्डर भी करवाया जा सकता है। वहीं भविष्य में मेरे एवं परिवार के साथ किसी भी प्रकार की अनहोनी घटना होने का पूर्वाभाष है। अतः इस पत्र के माध्यम से आपको अवगत कराना चाहता हूँ कि भविष्य में मेरे एवं मेरे परिवार के साथ कोई भी अनहोनी होती है तो उसके पूर्ण रूप से जिम्मेदार संदीप जाखड़, पसान सरपंच पति रामशरण तवर, राजकुमार पांडे, यूसुफ खान, प्रिंस जायसवाल, इब्राहिम खान, प्रिंस मित्तल आनंद मित्तल, हरिप्रसाद पांडेय प्रताप सिंह मरावी होंगे। इस हेतु आपसे निवेदन है कि मुझे एवं मेरे परिवार को उचित सुरक्षा के साथ उचित न्याय प्रदान करने की कृपा करे। पत्रकार द्वारा बीते 21 अक्टूबर को एसपी कार्यालय में इस आशय का दिए गए आवेदन पत्र के साथ सीडी प्रति में मोबाइल से बातचीत की रिकार्डिंग भी उपलब्ध कराई गई है जिसमे धमकी भरे बातें रिकार्ड है। आजकल पत्रकारों को झूठे केस में फंसा देना एक प्रचलन सा बन गया है ना जाने कौन पत्रकार किसका शिकार हो जाए कहा नहीं जा सकता अब देखना होगा पत्रकारों पर झूठा मुकदमा का खेल कब तक चलता रहेगा और कब तक पत्रकारों को डराया जाएगा अब तो समय ही बताएगा