महेंद्र देवांगन सूरजपुर- यह मामला सूरजपुर जिले के अंतर्गत ग्राम पंचायत सुदामा नगर का है जहां पर ग्लोबल पब्लिक स्कूल के प्रांगण के बगल में सुखल पैकरा द्वारा घर निर्माण का कार्य किया जा रहा है। कोविड-19 के बाद 16 माह बाद विद्यालय संचालन चालू हुआ है जिसमें सुखल पैकरा द्वारा मशीन लगवा कर बच्चों के पढ़ाई में बाधा उत्पन्न किया जा रहा है। विद्यालय संचालक द्वारा मना करने पर सुखल पैकरा एवं सरपंच रामसाय पैकरा द्वारा स्कूल संचालकों को धमकी दिया जा रहा है कि आपके द्वारा यदि कार्य को करने से मना किया जाता है तो आपके विद्यालय को बंद करवा दिया जाएगा जिससे विद्यार्थियों के भविष्य को देखते हुए विद्यालय संचालकों में भय बना हुआ है।
यदि गांव के मुखिया द्वारा ऐसी धमकियां दी जाएगी तो ये सोचने वाली बात है कि वे पंचायत के लोगों के साथ कैसा व्यवहार करते होंगे। जब वह बच्चों के भविष्य को नजरअंदाज करते हुए स्कूल संचालकों को धमकी दे रहे हैं कि यदि आप के द्वारा उनके कार्य में बाधा डाली जाएगी तो आपके विद्यालय को बंद करवा दिया जाएगा ।
बहरहाल वित्तीय संकट से जूझ रहे अशासकीय विद्यालय जहां एक ओर अपने अस्तित्व को बचाने के संकट से जूझ रहे हैं वहीं जनप्रतिनिधियों द्वारा दे जा रहे ऐसी धमकियां उनका मनोबल भी तोड़ रहे हैं। प्रशासन कोई शोर ध्यान देकर सतत कार्यवाही करनी चाहिए से विद्यालय में पढ़ रहे बच्चों का भविष्य निश्चित किया जा सके।